तेरे होठों को चूंमू या तेरा सजदा करू
तुझे पूजू या तेरे पर दिल फ़िदा करू
बहुत मुश्किल है तुझसे दूर जाना
बता तुझे मैं कैसे अपने से जुदा करू.....
तू कहती है की पास नही आ सकते
दिल कहता है की तुम दूर जा नहीं सकते
है मेरी मुश्किल इतनी की समझ नही आता
की तुझे मैं दिल के मंदिर से कैसे जुदा करू .....
By
Kapil Kumar

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